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द्रोणाचार्य और एकल्वय की कहानी में खोये रह गये दर्शक

 

राष्ट्रीय नाट्य महोत्सव के तीसरे दिन गुवाहाटी की टीम ने की प्रस्तुति

मुजफ्फरपुर. आकृति रंग संस्थान की ओर से जिला स्कूल मैदान में चल रहे राष्ट्रीय नाट्य महोत्सव के तीसरे दिन शुक्रवार को गुवाहाटी की टीम पूर्वरंग ने द्रोणाचार्य नाटक का मंचन किया. इडोनेशिया के महाभारत पर केंद्रित इस नाटक में दिखाया गया कि द्रोणाचार्य एकलव्य का अंगूठा लेना नहीं चाहते थे. उन्हें विश्वास था कि एकलव्य बिना गुरुदक्षिणा दिये चला जायेगा. परंपरागत शैली में प्रस्तुत संगीतमय नाटक ने लोगों को अंत तक बांधे रखा. नाटक का निर्देशन संगीत नाटक अकादमी अवार्डी गुणाकर देव गोस्वामी ने किया था. द्रोणाचार्य की भूमिका में वे खुद थे. इनके अलावा दृष्टिदेव की भूमिका में ऋषि वर्मन, कृष्ण की भूमिका में हर्षिता राय चौधरी और ऋषि की भूमिका में सीमा पटवारी के अभिनय ने दर्शकों का दिल जीत लिया. नाटक की समाप्ति तक लोग बैठे रहे. इससे पूर्व सीवान की परिवर्तन टीम ने रंग-संगीत प्रस्तुत किया. गोदना के अलावा बिदेशिया के गीत पर दर्शक झूम उठे़. आशुतोष मिश्रा के साथ उनकी टीम ने गीतों की प्रभावशाली प्रस्तुति की. संचालन संतोष सारंग और सत्यम कुमार ने किया. 

द्रोणाचार्य और एकल्वय की कहानी में खोये रह गये दर्शक

महिला दिवस पर सम्मानित हुई महिलायें

महिला दिवस के मौके पर राष्ट्रीय नाट्य महोत्सव में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट पहचान बनाने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया. एनएसडी के आदित्य कुमार, आशुतोष मिश्रा, संजय कुमार मयंक, राकेश कुमार और हेमनारायण ने महिलाओं को सम्मानित किया. सम्मानित होने वाली महिलाओं में ममता मेहरोत्रा, डॉ भावना, डॉ अर्चना सिंह, नसीमा खातून, प्रियंका कुमारी, प्रो निशि कांति, डॉ निति प्रभा, डॉ रंजना भारती, डॉ शीला कुमारी, शिवानी कुमारी और स्मृति सिंह शामिल थीं. 

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आज होगा बिदेशिया नाटक का मंचन

नाट्य महोत्सव में शनिवार को भिखारी ठाकुर का नाटक बिदेशिया का मंचन होगा. यह प्रस्तुति सीवान की टीम परिवर्तन करेगी. आशुतोष मिश्रा के निर्देशन में कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे. नाट्य महोत्सव के आयोजन में संयोजक सुनील फेकानिया, दीनबंधु, संजय कुमार मयंक, राकेश कुमार साहू, विनय कुमार, यशवंत पराशर, कुंदन कुमार, वीरेन नंदा, संतोष सारंग सहित अन्य लोगों की भागीदारी रही.

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